Bihar Board Class 8 Science Chapter 14 Notes “कोशिकाएँ : हर जीव की आधारभूत संरचना” एक महत्वपूर्ण विषय है। यह अध्याय छात्रों को जीवों की संरचना और उनके संगठन के बारे में गहन जानकारी प्रदान करता है। इस लेख में हम इस अध्याय के सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करेंगे ताकि छात्र इसे आसानी से समझ सकें और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकें।

Bihar Board Class 8 Science Chapter 14 Notes-कोशिकाएँ : हर जीव की आधारभूत संरचना
कोशिका :- कोशिका जीवन की सबसे छोटी इकाई होती है। यह जीवन का आधारभूत इकाई है जिसमें जीवन के सभी आवश्यक कार्य होते हैं। प्रत्येक जीवधारी की संरचना कोशिकाओं पर आधारित होती है, चाहे वह एककोशिकीय हो या बहुकोशिकीय।
कोशिका की खोज:- कोशिकाओं की खोज 17वीं सदी में रॉबर्ट हुक द्वारा की गई थी। उन्होंने सबसे पहले कॉर्क की कोशिकाओं को माइक्रोस्कोप की सहायता से देखा और उन्हें ‘सेल’ नाम दिया। इसके बाद, एंटनी वैन लीउवेनहॉक ने विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं की खोज की, जिसमें उन्होंने जीवाणुओं और शुक्राणुओं जैसी सूक्ष्मजीवियों को भी देखा।
कोशिका का प्रकार:- प्रोकैरियोटिक कोशिका (Prokaryotic Cell): यह कोशिकाएँ प्राथमिक होती हैं, जिनमें केंद्रक (Nucleus) नहीं होता है। जीवाणु (Bacteria) इसका प्रमुख उदाहरण हैं।
- यूकैरियोटिक कोशिका (Eukaryotic Cell): यह कोशिकाएँ उन्नत होती हैं, जिनमें केंद्रक और अन्य संगठित कोशिका अंगक (Organelles) होते हैं। मानव, पौधे और अन्य जंतु यूकैरियोटिक कोशिकाओं से बने होते हैं।
कोशिका की संरचना:- कोशिका झिल्ली (Cell Membrane): यह कोशिका की बाहरी परत होती है जो इसे चारों ओर से घेरे रहती है। यह अर्धपारगम्य होती है और कोशिका के अंदर और बाहर के पदार्थों के आदान-प्रदान को नियंत्रित करती है।
- कोशिका दीवार (Cell Wall): यह केवल पौधों की कोशिकाओं में पाई जाती है और इसे कठोरता और संरचना प्रदान करती है। यह मुख्यतः सेल्यूलोज से बनी होती है।
- केंद्रक (Nucleus): यह कोशिका का नियंत्रण केंद्र होता है, जो कोशिका के सभी कार्यों का संचालन करता है। इसमें जेनेटिक पदार्थ (DNA) होता है जो वंशानुगत जानकारी को वहन करता है।
- माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria): इसे ‘कोशिका का पावरहाउस’ कहा जाता है क्योंकि यह कोशिका के लिए ऊर्जा का उत्पादन करता है।
- राइबोसोम (Ribosomes): यह कोशिका के अंदर प्रोटीन संश्लेषण के लिए जिम्मेदार होते हैं।
- एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (Endoplasmic Reticulum): यह कोशिका के अंदर पदार्थों के परिवहन और संश्लेषण में सहायता करता है।
- गॉल्जी बॉडी (Golgi Body): यह कोशिका के अंदर विभिन्न पदार्थों का संग्रह, संशोधन और वितरण करती है।
- लाइसोसोम (Lysosomes): इसे ‘स्वच्छता कार्यकर्ता’ कहा जाता है क्योंकि यह कोशिका के बेकार और हानिकारक पदार्थों को नष्ट करता है।
कोशिका विभाजन:- कोशिका विभाजन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा एक कोशिका दो नई कोशिकाओं में विभाजित होती है। यह प्रक्रिया दो प्रकार की होती है:
- माइटोसिस (Mitosis): इस प्रकार के विभाजन में एक कोशिका दो समान कोशिकाओं में विभाजित होती है। यह प्रक्रिया शरीर की वृद्धि और ऊतकों की मरम्मत में सहायता करती है।
- मीयोसिस (Meiosis): इस प्रकार के विभाजन में कोशिका चार कोशिकाओं में विभाजित होती है, जिनमें आधे गुणसूत्र होते हैं। यह प्रक्रिया यौन प्रजनन में महत्वपूर्ण होती है।
कोशिकाओं के कार्य
- ऊर्जा उत्पादन: माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका के लिए ऊर्जा उत्पन्न करता है।
- प्रोटीन संश्लेषण: राइबोसोम प्रोटीन के निर्माण में सहायता करते हैं।
- सामग्री का परिवहन: एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम और गॉल्जी बॉडी सामग्री के परिवहन और वितरण में मदद करते हैं।
- रक्षा: लाइसोसोम हानिकारक पदार्थों से कोशिका की रक्षा करते हैं।
बहुकोशिकीय जीवों में कोशिकाओं का संगठन:- बहुकोशिकीय जीवों में कोशिकाएँ एक साथ मिलकर ऊतक (Tissues), अंग (Organs), और तंत्र (Systems) का निर्माण करती हैं। प्रत्येक ऊतक विशेष कार्य करने के लिए विशेषज्ञ होता है। उदाहरण के लिए, मांसपेशी ऊतक शरीर को गति प्रदान करते हैं, जबकि तंत्रिका ऊतक शरीर के सभी भागों में सूचना का संचार करते हैं।
कोशिका और आधुनिक विज्ञान:- आधुनिक विज्ञान में कोशिकाओं का अध्ययन बहुत महत्वपूर्ण है। कोशिकाओं की संरचना और उनके कार्यों को समझकर वैज्ञानिक नई दवाओं, चिकित्सा पद्धतियों और जैव प्रौद्योगिकी में नए आविष्कार कर रहे हैं। इसके अलावा, स्टेम सेल रिसर्च, क्लोनिंग, और जीन थेरेपी जैसे क्षेत्रों में कोशिकाओं का उपयोग करके मानव जीवन को बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
निष्कर्ष
Bihar Board Class 8 Science Chapter 14 Notes में कोशिकाओं का अध्ययन एक बहुत ही रोचक और ज्ञानवर्धक विषय है। कोशिकाएँ न केवल जीवन की आधारभूत संरचना हैं, बल्कि वे जीवन के सभी महत्वपूर्ण कार्यों को भी संचालित करती हैं। इस अध्याय को अच्छी तरह से समझकर, छात्र जीवविज्ञान के अन्य महत्वपूर्ण विषयों की नींव मजबूत कर सकते हैं और विज्ञान के क्षेत्र में अपनी समझ को और गहरा बना सकते हैं।
इस लेख में चर्चा किए गए बिंदुओं का ध्यानपूर्वक अध्ययन करें और उन्हें अपनी नोट्स में शामिल करें ताकि आप परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकें। उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए सहायक सिद्ध होगा।